आयुर्वेद के अनुसार यूरिक एसिड को कम करने के उपाय
यूरिक एसिड कम करने का भारतीय तरीका और उपाय
AYURVEDA
6/18/20231 min read
त्रिफला चूर्ण (Triphala Powder): एक चम्मच त्रिफला चूर्ण को रात को गर्म पानी के साथ लेने से यूरिक एसिड की मात्रा कम हो सकती है। त्रिफला चूर्ण प्राकृतिक शोधक और आंशिक भोजन विनियमक होता है।
गिलोय (Guduchi): गिलोय का सेवन यूरिक एसिड को कम करने में मदद कर सकता है। आप गिलोय के पत्ते, संयोग कण (Guduchi Satva) या गिलोय के रस का सेवन कर सकते हैं। इसके लिए, आपको एक आयुर्वेदिक वैद्य से सलाह लेनी चाहिए जो आपकी स्थिति के अनुसार सही खुराक बता सकेंगे।
गोमूत्र (Gomutra): गोमूत्र में पाए जाने वाले गुणों के कारण यह यूरिक एसिड को कम करने में मदद कर सकता है। आप गोमूत्र को पानी में मिलाकर पी सकते हैं या गोमूत्र की गोलियाँ (बीज) ले सकते हैं। इसका उपयोग करने से पहले, एक वैद्य से सलाह लेना अच्छा होगा।
पित्त शामक आहार (Pitta-Shamak Diet): आपको पित्तशामक आहार को अपनाने की सलाह दी जाती है। इसमें शीतोष्ण भोजन, दालचीनी, काली मिर्च, घी, तुलसी, सफेद अदरक, खीरा, खीर, अश्वगंधा, आमला, नारियल पानी, सहजन, लौंग, ताल मीर्च, नींबू, नागरमोथा, तुरी दाल, मेथी दाना आदि शामिल हो सकते हैं।
स्नान और मलाशय साफी (Bathing and Bowel Cleansing): नियमित स्नान और मलाशय की साफी रखने से शरीर के विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है। आप इसे गर्म पानी के साथ त्रिफला चूर्ण या योगराज गुग्गुलु के साथ कर सकते हैं।
यदि आपको यूरिक एसिड की समस्या है, तो सबसे अच्छा होगा कि आप एक प्रशिक्षित आयुर्वेद वैद्य से सलाह लें और उनके द्वारा बताए गए उपचार का पालन करें। यदि आपकी स्थिति गंभीर है या आपको यूरिक एसिड से जुड़ी अन्य समस्याएं हैं, तो आपको एक मेडिकल पेशेवर की सलाह लेनी चाहिए।