0 min to read काव्य Posted on 13/06/201804/09/2020 एक बादल आज सुबह बड़ी दुआओं से एक बादल को बुलाया मैंने, छत पे आहिस्ता से उतारा मैंने कुछ गीला गीला सा कुछ सूखा सूखा सा मैंने… By घनश्याम सिंह